Plastic Waste Management 【poly brick】

 "जरा सोचिये"
वो कहते हैं न कि तस्वीर की भी अपनी एक भाषा होती है, गौर से देखिए इस तस्वीर को, समझ मे आएगा कि यह बच्ची प्लास्टिक की बोतल से खेल भी रही है व एक बहुत बड़ा सन्देश हम सबको दे रही है, सन्देश क्या है इस पर चर्चा करते है:-
आज के दौर में हमने तो इस बच्ची के जीवन की तुलना में अपने जीवन लगभग जी लिया, इस बच्ची की तो अभी शुरुआत है, परन्तु ये प्लास्टिक/पॉलीथिन हमारे जीवन मे दानव के रूप में न जाने कहाँ से आ गया कि ये समाप्त होता नही, बल्कि इसके उत्पाद नए नए रूप में हमारे सामने आ जाते है व इस प्लास्टिक को समाप्त करने की एक विकराल समस्या हमारे समक्ष है, ये बच्ची इसी उधेड़-बुन में लगी है कि कोई तो इसे समझे ये इस बोतल में टॉफी, चॉकलेट, बिस्किट, नमकीन, शैम्पू के प्लास्टिक के रैपर को इकठ्ठा करके भर रही है व पोलीब्रिक बनाने में व्यस्त है, इसका प्रशिक्षण इसके पिता प्रदीप जी 【जेल रॉड】 निवासी इसे दे रहे है, ये अपने आप मे एक बहुत बड़ा सन्देश है कि जिस प्लास्टिक को हम बिना किसी प्रोसेस के नदी/नालों/दरिया में डाल देते है व सैंकड़ों वर्ष तक उसका प्रकृति में विघटन होना सम्भव नही व उससे हमारे पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है, ग्लोबल वार्मिंग, मौसम में बदलाव ये सभी इसी के संकेत है कि यदि भविष्य में प्लास्टिक के कम से कम उपयोग एवं उससे पोलीब्रिक बनाकर पुनः इस्तेमाल एवं रीसायकल कर उपयोग न किया गया तो ये प्लास्टिक हमे शांति से जीने नही देगा। ये हमारी जीवनशैली को प्रभावित करेगा।
अतः इस बच्ची से ही प्रेरणा लेकर एवं गंभीर रूप से इनको अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाये व अपने घर से इस प्रकार के वेस्ट को अपने डस्टबिन में भी न डालें, इसे प्लास्टिक की बोतल में भरते चलें, एक बोतल ऐसे वेस्ट के लिए महीने में एक परिवार के लिए काम कर जाएगी, अब अनुमान लगाइये कि इस बोतल में भरा प्लास्टिक के कचरे को खुले में फैंका जाये तो ये वेस्ट हमारे वातावरण को कितना गंदा करेगा। 

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