स्वछता में जनसहभागिता जरूरी।
स्वच्छता में जनसहभागिता जरूरी:-
कुछ समय से ये देखने में आया है कि स्वच्छता एवं सफाई के मामले में लोगों की जागरूकता बड़ी है, आज इस क्षेत्र में हर कोई झाड़ू उठाने के लिये तत्पर रहता है, स्वमं सेवको की संख्या में भी हिजाफा होने लगा है, लोग भी सफाई कर्मचारियों के काम को तवज्जो देने लगे है, उनके काम में भी तबदीली आयी है, फ़ोन फेसबुक/व्हाट्सअप, नेट हर व्यक्ति की जेब में है, हर कर्मी को ऐसा लगने लगा है कि कोई मेरी रिकॉर्डिंग तो नहीं कर रहा, कोई मेरी पिक तो नहीं ले रहा है, हर व्यक्ति जागरूक होने लगा है। ऐसे बहुत उदाहरण है, जब मेरा कर्मी कुछ गलत करने लगता है व् उसकी तुरन्त मेरे तक उसकी सुचना मिल जाती है व् उस काम को दुरुस्त करने में त्वरित मदद मिल जाती है, ये सब समय परिवर्तन, आधुनिक तकनीक, सोशल मीडिया की ही ताकत है कि जाने अनजाने आप कितने लोगों के सम्पर्क में होते है व् आपकी कार्यशैली पर उनकी पूरी नजर होती है।
पिछले समय से मंडी शहर में खत्री सभा युथ विंग, वीरमण्डल, आई0आई0टी0 कामांध(मंडी), निरंकारी संस्था, नामधारी संगत, आई0सी0आई0सी0आई0 बैंक एवं अब को0ऑपरेटिव बैंक, जैसी संस्थाओं की भूमिका भी काफी सराहनीय रही है, ये हमारे सामने जीवंत उदाहरण है जो स्वछता/सामजिक/विकास कार्य में जनसहयोग के रूप में बेहतरीन काम मे जुटे हुवे हैं, इन सभी के काम करने से आमजन के सोच/व्यवहार में परिवर्तन, स्वच्छता के क्षेत्र जागरूकता आने में काफी मदद मिलती है। इन अभियानों का नियमित चलते रहना अनिवार्य है व ये सभी संस्थाएं अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने/करवाने के लिये सभी प्रतीक्षा करते हैं, स्थानीय वासी भी अपने शहर को स्वच्छ व् सुदर देखने के लिये लालायित है।
जब स्थानीय लोग अपने घरों/मोहल्ले की सफाई खुद से करेंगें तो किसी दूसरे की क्या मजाल जो कोई उस क्षेत्र को गन्दा कर सके। 🙏
कुछ समय से ये देखने में आया है कि स्वच्छता एवं सफाई के मामले में लोगों की जागरूकता बड़ी है, आज इस क्षेत्र में हर कोई झाड़ू उठाने के लिये तत्पर रहता है, स्वमं सेवको की संख्या में भी हिजाफा होने लगा है, लोग भी सफाई कर्मचारियों के काम को तवज्जो देने लगे है, उनके काम में भी तबदीली आयी है, फ़ोन फेसबुक/व्हाट्सअप, नेट हर व्यक्ति की जेब में है, हर कर्मी को ऐसा लगने लगा है कि कोई मेरी रिकॉर्डिंग तो नहीं कर रहा, कोई मेरी पिक तो नहीं ले रहा है, हर व्यक्ति जागरूक होने लगा है। ऐसे बहुत उदाहरण है, जब मेरा कर्मी कुछ गलत करने लगता है व् उसकी तुरन्त मेरे तक उसकी सुचना मिल जाती है व् उस काम को दुरुस्त करने में त्वरित मदद मिल जाती है, ये सब समय परिवर्तन, आधुनिक तकनीक, सोशल मीडिया की ही ताकत है कि जाने अनजाने आप कितने लोगों के सम्पर्क में होते है व् आपकी कार्यशैली पर उनकी पूरी नजर होती है।
पिछले समय से मंडी शहर में खत्री सभा युथ विंग, वीरमण्डल, आई0आई0टी0 कामांध(मंडी), निरंकारी संस्था, नामधारी संगत, आई0सी0आई0सी0आई0 बैंक एवं अब को0ऑपरेटिव बैंक, जैसी संस्थाओं की भूमिका भी काफी सराहनीय रही है, ये हमारे सामने जीवंत उदाहरण है जो स्वछता/सामजिक/विकास कार्य में जनसहयोग के रूप में बेहतरीन काम मे जुटे हुवे हैं, इन सभी के काम करने से आमजन के सोच/व्यवहार में परिवर्तन, स्वच्छता के क्षेत्र जागरूकता आने में काफी मदद मिलती है। इन अभियानों का नियमित चलते रहना अनिवार्य है व ये सभी संस्थाएं अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने/करवाने के लिये सभी प्रतीक्षा करते हैं, स्थानीय वासी भी अपने शहर को स्वच्छ व् सुदर देखने के लिये लालायित है।
जब स्थानीय लोग अपने घरों/मोहल्ले की सफाई खुद से करेंगें तो किसी दूसरे की क्या मजाल जो कोई उस क्षेत्र को गन्दा कर सके। 🙏
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