समय की मांग स्वच्छता
समय की मांग स्वच्छता:-
समय की मांग है कि स्वच्छता अपनायी जाए, स्वच्छता की बेहतरी में काम किये जायें, काम चाहे शौक से किये जायेंगे, चाहे दबाव में किये जायेंगे, स्वच्छता पर काम तो होकर रहना है, ये मैं नही माननीय राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने सरकार से अपेक्षा की है। अब सरकार यही अपेक्षा शहरी निकायों से रखती है कि ठोस कचरा प्रबंधन को विज्ञानिक तरीके से निष्पादित किया जाये। देर आये दूरूस्त आये, स्वच्छता पर सरकार यदि गंभीर है तो इसके सकरात्मक प्रभाव होगा भी, स्वच्छता के क्षेत्र में आने वाली समश्याओ पर भी फोकस होगा। यदि वैज्ञानिक रूप से सॉलिड वेस्ट को निष्पादित किया जाना है तो शुरू से लेकर अंत तक हर क्षेत्र सुधार की नितांत जरूरत होगी, इसके लिए मुख्य सचिव महोदय ने स्पष्ट मौखिक आदेश भी सभी निकायों के अधिकारियों को दे दिए गए है कि अन्य विकासात्मक कार्यों से कटौती की जाए पर स्वच्छता के कार्यों को पूर्ण किया जाए इससे कोई समझौता न हो। ऐसा अवसर पहली बार हुवा है जब सरकार स्वच्छता के क्षेत्र में इतनी गंभीर हुई है।
अब हम सबका दायित्व बन जाता है कि हम सभी एक जुट होकर स्वच्छता के काम मे पूरी ऊर्जा के साथ जुट जाएं, आम जनता का साथ लें, वार्ड स्तर की स्वच्छता समितियों एवं स्वम् सहायता समूह का साथ लेकर इस पुनीत काम मे जुट जुट जाएं व समय रहते गार्बेज का वर्गीकरण डोर स्टेप पर कर, उसे पुनः पर्यावरण में खाद के रूप में बदल कर भेजना सुनिश्चित करें, व नॉन-बाओडिग्रेडेबल वेस्ट को अन्य तरीके से ठिकाने लगाने में जुट जाएं, ताकि जो सॉलिड वेस्ट से हमारी धरती माँ प्रदूषित हो रही है, उसे बचाया जा सके।🙏
प्रदीप दीक्षित
सफाई निरीक्षक
नगर परिषद मंडी हि0प्र0।
dixitpradeep08@gmail.com
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