“सफाई अभियान के साथ-साथ नशे की भी सफाई जरुरी”
पांवटा साहिब में फैलता नशे का कारोबार के दुष्परिणाम:-
बड़े हैरानी का विषय है कि कई वर्षों से इस अनैतिक/ अवैध कारोबार पर स्थानीय पुलिस अपनी पकड़ बनाने में असफल क्यों हो रही है व् इस धंधे में संलिप्त व्यवसायी फल फूल रहे है, शहर का युबा जमीदोश होता जा रहा है, पर इस काले धंधे के रूप से जुड़े लोग करोड़ों में खेल रहे हैं।
कितनी रैलियां हो गयी, कितने स्टिंग हो चुके, कितनी रेड लग चुकी है, परंतु स्थिति पुनः वहीँ पर लौट आ जाती, जैसी पहले से है।
आज पांवटा साहिब में दर्जनों युवा अपना बहुमूल्य जीवन का त्याग कर चुके है, उन माँ बाप के हृदय से पूछिए जिन्होंने उन्हें जन्म दिया है, क्या अरमान होंगें उनके अपने बच्चों को लेकर, अपने जीते जी उनकी लाश को अपने सामने उन्होंने देखा, वे तो जीते जी मर ही गए।
इस कुरीति से ही समाज में अन्य कुरीतियों का जन्म होता है, आजकल पांवटा साहिब में कोई दिन ऐसा होता है, जब किसी चोरी की वारदात सुनने को नहीं मिलती, अब नशेड़ियों को इस नशे के सेवन के लिए पैसा तो चाहिये, चाहे उसे किसी की हत्या भी क्यों न करनी पड़े, वो पीछे हटने वाला नहीं। चोरियों में आये दिन हिजाफा हो रहा है। अब प्रश्न ये खड़ा होता है कि इस सब समाज में हो रही बुराईओं को रोकने का दायित्व किसका बनता है, किसकी जवाबदेही बनती है। ये तो आने वाले समय के लिए और अधिक खतरनाक स्थिति की दस्तक देने का संकेत उत्पन्न करता है। क्योंकि समाज में जब एक मानव दूसरे मनाव की जान लेने का माध्यम बन चूका है, तो इस सिस्टम से लड़ाई इतनी आसान नहीं, नशा बेचने वाला भी एक माध्यम ही तो है, असली कारोबार तो अरबों रूपए का चल रहा है, बड़े बड़े खतरनाक लोग इस कारोबार में शामिल है।
आजकल इस नशे की रोकथाम के लिए समाज में ही एक जाग्रति की आहट महुशस की जा रही है। पांवटा वासियों ने इससे बहुत जान-माल का नुकशान झेल चुके है, अब स्थिति बर्दास्त से परे है, यही कारण है कि अब लोग सड़क पर आ चुके है व् जो लोग नशा लेने हॉट स्पॉट की ओर दिखाई देते है, उन पर वाचिंग की जा रही जो लोग इन कारोबार में संलिप्त हैं उनकी सुचना पुलिस को दी जा रही है। इससे थोड़ा भय का माहौल उतपन्न हो गया है, परन्तु ये निरन्तर चलने वाला अभ्यास बनाना होगा, अपनी आदत में इसे शामिल करना होगा, तथाकथित संलिप्त लोगों का बहिष्कार करना होगा, हो ऐसे कारोबार में संलिप्त है व् जिनकी नजर में किसी की जान/जीवन का कोई मोल ही नहीं।
सफाई पर्यवेक्षक,
नगर परिषद पांवटा साहिब हि0प्र0।
dixitpradeep08@gmail.com
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